माघ मास शुरू, 1 महीने इनमें से कोई 1 काम करना भी होगा लाभकारी /Magh Maas/Magh Month/maag maas/maag month

 

माघ मास में जरूर रखें इन बातों का ध्यान, मिलेगा शुभ लाभ

माघ
मास Magh Maas: माघ मास में जरूर रखें इन बातों का ध्यान, मिलेगा शुभ लाभ

 

 
माघ का महीना शुरू, 1 महीने इनमें से कोई 1 काम करना भी होगा लाभकारी

माघ मास Magh Monthभारतीय पंचांग अनुसार माघ माह को बेहद विशेष माना जाता है. यह पौष माह के बाद से शुरू हो जाता है. इस माघ माह के दौरान शुभ धार्मिक कार्यों का आरंभ भी होता है. इस समय पर कल्पमास का आरंभ होता है तथा धार्मिक मेलों में भक्तों का आगमन शुरु हो जाता है

माघ मास का महत्व importance of magh month: माघ माह के आरंभ के साथ ही धर्म स्थलों पर भक्तों का जमावड़ा लगना शुरु हो जाता है. इस समय पर विशेष रुप से किया जाता है पवित्र स्नान. इसी के साथ विशेष धार्मिक कार्यों को किया जाता है.

 माघ मास के महत्व को बताते हुए कहा गया है कि व्रत, दान, और तपस्या से भी भगवान श्रीहरि विष्णु को उतनी प्रसन्नता नहीं होती, जितनी कि माघ महीने में स्नान मात्र से होती है. इस कारण से इस समय पर किया गया स्नान दान सभी पापों से मुक्ति देता है. श्री हरि की प्रीति प्राप्त होती है


भक्ति और शृद्धा का विशेष संगम है माघ माह 

भारतीय पंचांग अनुसार माघ माह को बेहद विशेष माना जाता है. इस माह में मघा नक्षत्र युक्त पूर्णिमा होने के कारण इसका नाम माघ कहलाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माघ महीने में किया जाने वाला पूजन सभी प्रकार के शुभ फलों को देने वाला होता है. इस समय पर किया जाने वाला पूजन एवं स्नान करने से ही स्वर्ग की प्राप्ति होती है. माघ माह का बहुत अधिक धार्मिक महत्व है. शास्त्रों में बताया जाता है कि इस समय पर देश भर में धार्मिक मेलों का आयोजन भी होता है. इस समय पर भक्त दूर दूर से पवित्र स्थानों के दर्शनों की यात्रा करते हैं. इस समय पर हरिद्वार, नासिक, काशी इत्यादि स्थानों पर मेले आयोजित किए जाते हैं. इन मेलों में प्रयाग में लगने वाला मेला कल्पवास के रुप में बहुत महत्व रखता है. इस समय किया जाने वाला धार्मिक उपवास एवं आचरण संपूर्ण माघ मास में विशेष होता है. भक्त इस समय पर विशेष पूजा अर्चन करते हैं तथा भक्ति के मार्ग में चलते चले जाएंगे

माघ मास में स्नान दान की महिमा Magh month and its significance

माघ
मास में स्नान दान की महिमा Magh month and its significance

माघ मास के दौरान स्नान दान करने से मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है.  शास्त्रों के अनुसार इस समय पर किया जाने वाला स्नान एवं दान इत्यादि से संबंधित कार्य भगवान का आशिर्वाद दिलाता है. श्रीहरि का विशेष शुभ आशीष भक्तों को मिलता है. श्री विष्णु पुराण, हरिवंश पुराण एवं पद्मपुराण इत्यादि में माघ माह की महिमा का उल्लेख मिलता है. इस माह की शुभता एवं महात्म्य के द्वारा शुभ गुणों को प्रदान करने वाला होता है. इस समय पर किए जाने वाले दान की महिमा को पापों का शमन करने वाला तथा मोक्ष प्रदान करने वाला माना गया है

माघ मास के महत्व को बताते हुए कहा गया है कि व्रत, दान, और तपस्या से भी भगवान श्रीहरि विष्णु को उतनी प्रसन्नता नहीं होती, जितनी कि माघ महीने में स्नान मात्र से होती है. जि कारण से इस समय पर किया गया स्नान दान सभी पापों से मुक्ति देता है. श्री हरि की प्रीति प्राप्त होती है
 
माघ मास की विशेषता यह है कि इसमें जहां भी जल होता है वह गंगा जल के समान होता है, फिर भी प्रयाग, काशी, नैमिषारण्य, कुरूक्षेत्र, हरिद्वार तथा अन्य पवित्र स्थानों और नदियों में स्नान का विशेष महत्व है. इसके साथ ही मन की पवित्रता और आस्था भी जरूरी है. शास्त्र अनुसार माघ माह में नियमपूर्वक व्रत रखता है और प्रयाग में स्नान करता है, वह सभी पापों से मुक्त होकर स्वर्ग जाता है.

 

मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए माघ मास में करें यह उपाय

 

सनातन धर्म में यूं तो हर मास का अपना विशेष स्थान है लेकिन माघ मास विशेष पुण्यदायी माना गया है। मान्यता है कि इस महीने किए गए पुण्य कार्यों का फल हमेशा कई जन्मों तक मिलता है। हिंदू पंचाग के अनुसार, माघ 11वां महीना है और पौष के बाद इस महीने का प्रारंभ होता है। शुरू हो चुका माघ मास के बारे में पुराणों में कहा गया है कि जो भी व्यक्ति जरूरतमंद की मदद करता है और ब्रह्मावैवर्त पुराण का दान करता है, उसे ब्रह्म लोक की प्राप्ति होती है। माघ मास में पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और इच्छाएं भी पूरी होती हैं। प्राचीन पुराणों में यहां तक कहा गया है कि भगवान नारायण को प्राप्त करने के लिए सबसे सुगम रास्ता माघ मास के पुण्य काल में पवित्र नदियों में स्नान करना है। साथ ही इस में मास में जीवन को सुख-शांति और समृद्धि प्राप्ति करने के लिए कुछ उपाय भी बताए हैं। इनमें उपायों के करने से मानसिक शांति भी मिलती है। आइए जानते हैं पुराणों में बताए गए माघ मास में किए जाने वाले उपायों के बारे में

 

इसके पाठ से भाग्य देता है साथ

माघ मास में हर रोज गीता का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से मन शांत रहता है और नारायण का आशीर्वाद भी मिलता है। ऐसा करने से हमारे अंदर के सभी नकारात्मक प्रभाव दूर होते हैं और इससे भाग्य भी आपका साथ देना शुरू कर देता है। माघ मास में नियमित गीता पाठ से सोचने और समझने की शक्ति में बृद्धि होने लगती है।

इससे पुण्य की होती है प्राप्ति

भगवान विष्णु को नियमित तिल अर्पित करें। इस महीने में तिल से भगवान की पूजा और तिल बोलने मात्र से पाप का प्रभाव तिल-तिल कर क्षय होने लगता है। नियमित तिल खाने और जल में तिल डालकर स्नान करने से भी पुण्य की प्राप्ति होती है।

नियमित पूजा से घर में आती है शांति

नियमित
पूजा से घर में आती है शांति

माघ मास में हर रोज भगवान विष्णु और तुलसी की नियमित पूजा करनी चाहिए और सुबह-शाम दीप जलाना चाहिए। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है। साथ ही श्रीहरि की कृपा से घर में सुख-शांति भी बनी रहती है।

इससे देवी-देवताओं का मिलता है आशीर्वाद

दुनिया का सबसे पुण्यदायी काम दूसरों की मदद करना होता है। माघ मास में गर्म कपड़े ऊनी वस्त्र दान करना भी बड़ा ही पुण्यदायी कहा गया है। ऐसा करने से आपको देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है और लोगों की दुआएं भी मिलती है।

माघ मास में यह है सबसे पुण्यदायी कार्य

माघ मास में गंगा स्नान का भी बड़ा ही महत्व है। इस वर्ष हरिद्वार में कुंभ भी लगा है। अगर आप चाहे हैं तो कुंभ में भी डुबकी लगा सकते हैं अथवा घर पर भी जल में गंगाजल मिलाकर गंगा माता का ध्यान करते हुए स्नान करें तो यह भी पुण्यदायी होगा।

यह खाने से बचें

यह
खाने से बचें

माघ मास में मूली का सेवन करने से बचना चाहिए, ऐसा शास्त्रों में बताया गया है। मूली का प्रयोग इस माह में मदिरा के सेवन की तरह माना गया है इसलिए इस मास में मूली का उपायोग तो देव और ही पितृकार्यों में प्रयोग करना चाहिए। इस मास में पवित्र कार्यों तिल का प्रयोग करें।

माघ मास Magh Month: माघ महीना शुरू हो रहा है. इसकी समाप्ति माघ पूर्णिमा पर होगी. माघ महीने में संगमतट पर कल्पवास किया जाता है, मान्यता है इससे आत्मा पवित्र हो जाती है, शरीर को नई ऊर्जा मिलती है.

ये हिंदी पंचांग का 11वां महीना है. माघ महीने में किया गया दान कई जन्मों के पाप से मुक्ति कर देता है और मृत्यु के बाद व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. अपने जीवनकाल में वह समस्त भौतिक सुख भोगता है लेकिन माघ मास में कुछ सावधानियां जरुर बरतें नहीं तो सेहत के साथ संपन्नता पर भी बुरा असर पड़ता है.

माघ मास में तिल से जुड़े खास त्योहार

माघ मास में तिल की सबसे खास अहमीयत है. मकर संक्रांति के बाद माघ महीने में तिल से जुड़े व्रत-त्योहार जैसे तिल चतुर्थी, षट्तिला एकादशी और तिल द्वादशी व्रत आएंगे. इन तीनों ही व्रत में तिल से स्नान, तिल का दान और तिल का सेवन करने से अक्षय फल मिलता है. तिल में मौजूद पौष्टिक तत्व पूरे साल शरीर को तंदुरूस्त रखते हैं.

माघ मास में राशि अनुसार उपाय (Magh Month Upay according to zodiac sign)

  • मेष राशि - मसूर दाल का दान करें.
  • वृषभ राशि - पानी में दूध डालकर स्नान करें, खीर लक्ष्मी जी को चढ़ाएं
  • मिथुन राशि - हरे मूंग का दान करें.
  • कर्क राशि - गंगाजल पानी में डालकर स्नान करें, चीनी का दान करें.
  • सिंह राशि - लाल चंदन डालकर स्नान करें.गुड़ का दान श्रेष्ठ होगा.
  • कन्या राशि - तुलसी दल डालकर श्रीकृष्ण को हलवे का भोग लगाएं.
  • तुला राशि - नमक, सफेद वस्त्र का दान करें.
  • वृश्चिक राशि - लाल फूल से लक्ष्मी जी की पूजा, सेब का दान करें.
  • धनु राशि - हल्दी डालकर स्नान करें. केले का दान करें.
  • मकर और कुंभ राशि - काले तिल पानी में मिलाकर स्नान करें, कंबल दान करें.
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  • मीन राशि - बेसन के लड्‌डू का श्रीकृष्ण को भोग लगाएं

माघ मास में किए जानें वाले कार्य

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मास में किए जानें वाले कार्य

  • माघ माह में दान करना शुभ माना जाता है। इसलिए इस महीने अन्न, वस्त्र, तिल, गुड़, कंबल, घी, गीता, गेहूं, जल आदि का दान करना स्वर्ण तुल्य माना गया है।
  • माघ में ज्यादा देर तक नही सोना चाहिए।
  • साथ ही इस महीने रोजाना पवित्र स्नान यानी नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर या फिर गंगा नदी में जाकर स्नान करना शुभ माना जाता है।
  • इस माह तले-भुने भोजन से बचना चाहिए।
  • इस महीने भूमि शयन का विशेष महत्व है।
  • माघ मास का सीधा संबंध भगवान श्रीकृष्ण के माधव स्वरुप से है, इसलिए इस माह उनकी पूजा जरूर करनी चाहिए। इसके अलावा 'मधुराष्टक' का पाठ करना चाहिए।
  • इस माह में गीता का पाठ करना चाहिए।
  • इसके साथ ही इस महीने तिल का उपयोग 6 तरीकों से करना चाहिए, जैसे - जल में डालकर स्नान, सेवन, दान, उबटन लगाना, तिल से हवन, तिल का भोग आदि। ऐसा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है।

माघ महीने में क्या करें (Magh Month Rules)

 

  • माघ महीने में प्रकृति अनुकूल होने लगती है, ऐसे में इस माह में देर तक सोएं, जल्दी उठकर स्नान करें.
  • माघ महीने में तामसिक चीजों का सेवन करें, ये महीने श्रीकृष्ण और मां लक्ष्मी को समर्पित है. ऐसे में शास्त्रों के अनुसार इस माह  में मांस ग्रहण करने से घर में दरिद्रता आने लगती है.
  • माघ में दिया गया दान का फल कई जन्मों तक मिलता है लेकिन दान में कभी बासी, खराब, कटी-फटी चीजें दें. इसके साथ ही स्वार्थ की भावना से दान दें. इसका पुण्य नहीं मिलता.
  • जरूरी है कि आप दान कभी भी किसी दबाव में आकर ना दें.

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