अपने बच्चे को Super intelligent बनाने के लिए बसंत पंचमी पर करें ये उपाय/ saraswati puja /vasant panchami #basantpanchami

 

अपने बच्चे को Super intelligent बनाने के लिए करें बसंत पंचमी पर करें ये उपाय

अपने
बच्चे को Super intelligent बनाने के लिए करें बसंत पंचमी पर करें ये उपाय

 

 अपने बच्चे को Super intelligent बनाने के लिए बसंत पंचमी पर करें ये उपाय #basantpanchami 

यहाँ पर हम आपको बसंत पंचमी के उपाय, Basant Panchmi ke upay बता रहे है जिसको करने से अवश्य ही लाभ मिलेगा

बसंत पंचमी हर वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विद्या और ज्ञान की देवी माता सरस्वती का प्राकट्य हुआ था। साथ ही पूरे ब्रह्मांड को ध्वनि का उपहार भी मिला था। बसंत पंचमी पर इस बार शिव योग, रवि योग, सिद्ध योग समेत सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है। बसंत पंचमी के दिन बन रहा है इन महासंयोग में माता सरस्वती की पूजा-अर्चना और कुछ ज्योतिषीय उपाय करने से करियर और शिक्षा में तरक्की मिलती है और मां सरस्वती का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। आइए जानते हैं सरस्वती पूजा पर बन रहे इन महासयोंग में कौन से उपाय करने चाहिए.

हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है। वसंतोत्सव की शुरुआत होती है। ये वसंतोत्सव होली तक चलता है। इस उत्सव को मदनोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान, कला और संगीत की प्रतीक मां सरस्वती की पूजा की जाती है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार वसंत पंचमी के दिन कुछ खास उपायों को करने से बुद्धि, विद्या और ज्ञान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा मनचाहा जीवनसाथी भी मिलता है। आइए जानते हैं वसंत पंचमी के दिन करने वाले उपायों के बारे में। 


बसंत पंचमी पूजा विधि 

 

बसंत पंचमी के दिन सुबह जल्दी स्नान करें। इसके बाद साफ पीले वस्त्र धारण करें क्योंकि मां सरस्वती को पीला रंग बेहद प्रिय है। और फिर चौकी पर मां सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। इसके बाद अगरबत्ती और गाय के घी का दीपक जलाएं। मां सरस्वती को हल्दी, केसर, पीले फूल और पीली मिठाई अर्पित करें। इसके बाद 'ओम सरस्वत्यै नम:' मंत्र का 108 बार जाप करें। अंत में मां सरस्वती की आरती करें। वहीं भोग को घर के सभी सदस्यों में बांट दें।


बसंत पंचमी मंत्र

बसंत
पंचमी मंत्र

 

या कुन्देंदुतुषाहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।



या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।।



या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिरदेवैः सदा वंदिता।



सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाद्यपहा।।

 


या कुन्देन्दुतुषारहार्धवला या शुभ्रावस्त्रवृता



या वीणावरदंडमंडितकरा या श्वेतपद्मासना



या ब्रह्मच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवै सदा वंदिता



सा माँ पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाद्यपहा।



बसंत पंचमी का महत्व

 

बसंत पंचमी को श्री पंचमी, मधुमास और ज्ञान पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन से वसंत ऋतु की शुरुआत होती है। माना जाता है कि इसके बाद सर्दी समाप्त हो जाती है। इस दिन ज्ञान और संगीत की देवी की पूजा करने से व्यक्ति की बुद्धि तेज होती है। इसलिए इस दिन कोई भी शुभ कार्य शुरू करना बहुत शुभ होता है। जो छात्र पढ़ाई में कमजोर हैं उन्हें बसंत पंचमी के दिन विशेष रूप से मां सरस्वती की पूजा करनी चाहिए। बसंत पंचमी के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। इसके साथ ही इस दिन संगम में स्नान भी किया जाता है.


बसंत पंचमी पर कामदेव और रति की पूजा का महत्व

 बसंत पंचमी के दिन सुबह जल्दी स्नान कर पीले वस्त्र पहनें और पूरे विधि-विधान से मां सरस्वती की पूजा करें। ऐसी मान्यता है कि इस दिन कामदेव और देवी रति की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इन दोनों की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में रही परेशानियां दूर हो जाती हैं।

Basant Panchami Upay

Basant Panchami Upay:
सरस्वती पूजा पर बना महासंयोग, इन उपायों से शिक्षा और करियर में पाएंगे तरक्की

 

इस उपाय से करियर में मिलेगी तरक्की

 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के वस्त्र पहनकर माता सरस्वती की पूजा-अर्चना करें और ' ऐं वाग्देव्यै विझहे धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्।।' मंत्र का जप करें। साथ ही सरस्वती पूजा में माता को पीले रंग के ही फूल भी अर्पित करें। ऐसा करने से बच्चों को माता सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त होगा और उनकी कृपा से करियर में भी तरक्की के योग बनेंगे।

इस उपाय से सुख और बुद्धि की होगी प्राप्ति

इस
उपाय से सुख और बुद्धि की होगी प्राप्ति

 बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को आम का बौर चढ़ाने की परंपरा है। साथ ही आप बेसन के लड्डू, सोन पापड़ी, केसर युक्त खीर आदि का भी भोग लगा सकते हैं। ऐसा करने से जीवन में प्रेम बना रहता है और माता की कृपा से ज्ञान, सुख और बुद्धि की प्राप्ति होती है। सरस्वती पूजा में इस बात का ध्यान रखें कि मूर्ति का मुख पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम में होना चाहिए।

  • लिवर संबंधी समस्या है तो वसंत पंचमी के दिन पीले रंग के चावल बनाकर, सबसे पहले देवी मां को भोग लगाएं और उसके बाद स्वयं पीले चावल खाएं। ऐसा करने से आपका लिवर बेहतर रहेगा। 

 

इस उपाय से संकट होंगे दूर

 बसंत पंचमी को श्रीपंचमी भी कहा जाता है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा के साथ माता काली की भी पूजा करनी चाहिए। मां काली की पूजा में पेठा या कोई अन्य फल अर्पित करें और ' ऐं ह्रीं क्लीं महा सरस्वत्यै नम:' मंत्र का 108 बार जप करें। ऐसा करने से बुद्धि में विकास होता है और सभी संकटों से मुक्ति भी मिलती है।

  • यदि आप और आपके जीवनसाथी के बीच मनमुटाव चल रहा है तो वसंत पंचमी के दिन एक सफेद कोरे कागज पर सिंदूर सेक्लींलिखकर, उसे मोड़कर अपने पार्टनर के कपड़ों की अलमारी में रख दें। जब मनमुटाव खत्म हो जाए तब उस पर्ची को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। 
  • दाम्पत्य जीवन में प्यार बरकरार रखना चाहते हैं तो वसंत पंचमी के दिन भगवति रति और कामेदव की पूजा करते हुए उन्हें पुष्प अर्पित करने चाहिए।

 

इस उपाय विद्या और ज्ञान का मिलेगा आशीर्वाद

 

अगर बच्चा जल्दी चीजों का नहीं समझ पा रहा है या किसी बच्चे की परीक्षा पास में हैं तो बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा करवाएं। साथ ही अपनी कॉपी, किताबों आदि की पूजा करें। गरीब जरूरतमंद बच्चों को किताब, कॉपी, पेंसिल आदि पढ़ाई-लिखाई वाली चीजों का दान करवाएं। इस दिन गुरुओं की पूजा करने की भी परंपरा है, सरस्वती पूजा में आचार्यों और गुरुओं को भी शामिल करें और वेद शास्त्र दान करें। ऐसा करने से बुद्धि बल में विकास होता है और विद्या और ज्ञान का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

वसंत पंचमी के दिन बच्चे का हाथ पकड़कर काले रंग की स्लेट पर कुछ कुछ जरूर लिखवाना चाहिए। दरअसल, इस क्रिया को अक्षराम्भ कहते हैं। ऐसा करने से पढ़ाई के क्षेत्र में बच्चा शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा करेगा।

इस उपाय से बच्चों को बढ़ेगी बुद्धि

 

बसंत पंचमी के दिन छात्रों को माता सरस्वती की पूजा करवाने के बाद 11 तुलसी के पत्ते को मिश्री के साथ दें। साथ ही बच्चों की स्टडी टेबल माता सरस्वती का चित्र भी रखवाएं। इसके साथ ही कला से जुड़े लोग जैसे संगीतकार, नृतक, कलाकार आदि माता सरस्वती के साथ अपने क्षेत्र के उपकरणों की भी पूजा करें। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि माता सरस्वती के चरणों में पीले रंग का गुलाल जरूर रखें।

  • वसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा का भी विधान है। यदि इस दिन आपको अनार की कलम को या संभव हो तो सोने की सलाई को शहद में डुबोकर बच्चे की जीभ पर मां सरस्वती का ध्यान करते हुए 'ऐंलिखें। इस उपाय को करने से आपका बच्चा अच्छा वक्ता बनेगा। 
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बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा कैसे करें?

·बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा कैसे करें?

    बसंत पंचमी : मां सरस्वती की पूजा

1.  बसंत पंचमी के दिन स्नान के बाद पूजा स्थान को गंगाजल (गंगाजल रखने के नियम) से शुद्ध करें

2.  मां सरस्वती की मूर्ति या फोटो स्थापित करें ...

3.  मां सरवती के समक्ष धूप-दीप, अगरबत्ती जलाएं और उनका ध्यान करें

4.  पूजा आसन पर बैठकर ही करें ...

5.  मां सरस्वती को तिलक लगाएं और उन्हें माला पहनाएं।

बसंत पंचमी पर क्या उपाय करें?

बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की हल्दी, केसर, पीले फूल, पीली मिठाई का भोग लगाकर उनकी पूजा की जाती है. इस दिन देवी सरस्वती के मूल मंत्र ऐं सरस्वत्यै नमः का जाप हल्दी की माला से करने से बुद्धि तेज होती है. इस दिन सभी स्कूल-कॉलेजों में मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है.

बसंत पंचमी के दिन क्या करें और क्या ना करें?

बसंत पंचमी के दिन पेड़-पौधों को नहीं काटने चाहिए क्योंकि इस दिन से बसंत ऋतु का प्रारंभ होता है साथ ही गरीब जरूरतमंद लोगों का निरादर नहीं करना चाहिए। बसंत पंचमी के दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, इस वजह से तामसिक भोजन, मांस-मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए।


खड़े होकर पूजा करने से क्या होता है?

अगर आप खड़े होकर पूजा करते हैं तो उस पूजा में आपकी जल्दबाजी नजर आती है. इसीलिए जब भी पूजा करें तो आराम से और तस्सली के साथ करें. पूजा-पाठ करते समय आपका मन और चित केवल भगवान को समर्पित होना चाहिए , इसीलिए जरुरी है आप बैठ कर आराम से पूजा करें. पूजा करते समय मंदिर के सामने आसान बिछाएं और उसपर बैठ कर पूजा करें.

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